तेरे बिना बेस्वाद जी जिन्दगी ...खाए जा रहा हूँ
मै बस जीने की अपनी भूख, मिटायें जा रहा हूँ |
तुझ को देख कर किया था वादा हमेशा मुस्कराने का
बस वोही अधूरी मोहब्बत अब तक निभाए जा रहा हूँ
तेरे बिना बेस्वाद जी जिन्दगी ...खाए जा रहा हूँ |
मै बस जीने की अपनी भूख, मिटायें जा रहा हूँ |
तुझ को देख कर किया था वादा हमेशा मुस्कराने का
बस वोही अधूरी मोहब्बत अब तक निभाए जा रहा हूँ
तेरे बिना बेस्वाद जी जिन्दगी ...खाए जा रहा हूँ |
चाँद को देखा नहीं , तेरे चेहरे को देखने के बाद
चांदनी रात में सिर्फ , तारों से काम चला रहा हूँ
तेरे बिना बेस्वाद जी जिन्दगी ...खाए जा रहा हूँ |
यूँ अकेले अकेले जीना भी कोई जीना है ?
जिन्दा हूँ... खुद को भरमाये जा रहा हूँ
तेरे बिना बेस्वाद जी जिन्दगी ...खाए जा रहा हूँ
मै बस जीने की अपनी भूख, मिटायें जा रहा हूँ |
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